Saturday, July 18, 2015

Eid

नमाज़ी बन चला मैं..
पढ़ी नमाज़ ना कोई..
जस ख़ुदा वसा मोरे..
तये नमाज़ तो होइ

**********************

रमज़ान गयी गर रोज़ ..
आई ईद हो गयी ...
दे संसार की खुशियाँ ..
ख़ुदा साथ ले गयी ..

********************

No comments: